फर्स्ट अटेम्प्ट इन लर्निंग (FAIL)
फर्स्ट अटेम्प्ट इन लर्निंग (FAIL) अर्थात सीखने की प्रक्रिया में पहला कदम. अभी विभिन्न प्रतियोगिता, परीक्षाओं के रिज़ल्ट आने का सीज़न शुरू होगा. हर कोई 80%-90% से ज़्यादा लाना चाहता है और जिसे अच्छे प्रतिशत प्राप्त होते हैं, वे छात्र बेहद खुश होंगे क्योंकि ये उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम होता है| पर कभी -कभी लाख कड़ी मेहनत करने के बावजूद भी मन मुताबिक परिणाम नहीं आ पाते| परिजन अलग निराश हो जाते हैं और बच्चों को अपना सबकुछ बेकार लगने लगता है| मेहनत, पढ़ाई, रातों को जागकर पढ़ना, सब फिज़ूल लगने लगता है !
याद रखिये हर परीक्षा, एक इम्तेहान ही है| एक इम्तेहान में ‘सफल’ न होना जीवन में असफल होना नहीं है| यह चाहे इम्तेहान हो या जीवन में आने वाली अन्य परिस्थितियां| जो कभी -कभी विपरीत दिशा में बहने लगती है| उस वक़्त जो कुछ भी आपके पास है, उसे ही पकड़कर अपनी जंग जीतनी होती है|ज़िंदगी का दूसरा नाम ही इम्तेहान है|
यहाँ आपको किताबी ज्ञान से नहीं बल्कि अपने अनुभव और इच्छाशक्ति से जीतना होगा| जीवन खत्म करना या कोई गलत कदम उठाना बेवकूफी है ! ये नहीं तो कुछ और होगा आपके लिए| कई बार परीक्षा देने पर भी सफलता नहीं मिलती तो मन में अनेकों सवाल उठते हैं| क्या कमी रह गई, किस्मत खराब है, क्या हुआ, क्या गलती हुई, आदि| सवालों के जवाब आपको अपने आप से ही मिलेंगे|
पर जो चीज़ें आपके वश में है ही नहीं उसपर तनाव लेने का कोई तुक नहीं होता| अब जो शेष है, उसका कैसे उपयोग हो ताकि मन को सुकून और शांति मिले, ये बहुत ज़रूरी है|
चेतन भगत जिनके भेजे हुए आलेख और रचना कोई भी समाचारपत्र छापना नहीं चाहता था| लेकिन उन्होंने लिखना नहीं छोड़ा और इतने रिजेक्शन के बाद भी वे लिखते रहे| कई रिजेक्शन के बाद उनके लेखों और रचना को समाचारपत्रों ने छापना शुरू किया| उन्होंने जब नॉवेल लिखना शुरू किया तो कोई भी प्रकाशक उसे छापने को तैयार नहीं था क्योंकि वे नए लेखक के नाम पर रिस्क नहीं लेना चाहते थे| पर अंततः उनके नॉवेल छपे और और आज उनके नॉवेल पर फिल्म बन चुकी है|
आईआईटी और आईआईएम के पास आउट चेतन भगत को आज लोग नॉवेल राइटर के तौर पर जानते है|
‘हैरी पॉटर’ की लेखिका जेके रॉवलिंग, उदाहरण तो कई हैं|इसलिए असफलता में छिपी सफलता को पहचाने ! अपनी हॉबी, अपने पैशन को वक़्त दे| ये आपको रिलैक्स करेगी| परेशानियों को अपने पैरेलल समझकर, हिम्मत के साथ आगे बढ़िए| हो सकता है कुछ अच्छा आपका इंतज़ार कर रहा हो| कोई गलत कदम न उठायें|
शुभकामनाएं…!
Author: Saumya Jyotsna | saumyajyotsna@gmail.com